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नैमिषारण्य यात्रा भाग-2

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👉  Click on the Link :-    नैमिषारण्य यात्रा भाग-1 पिछले भाग से आगे :- चन्द्रिका देवी मंदिर और हरिवंश बाबा आश्रम अक्षय वट के दर्शन करके मैं अपनी नैमिषारण्य यात्रा पर आगे बढ़ चुका था | सर्द रास्तों और घने कोहरे से होते हुए मैं आगे बढ़ रहा था कि सर्दी में चाय के रुका तो पता चला कई नैमिषारण्य में शायद मंदिर बंद है लेकिन फिर भी मैं और मेरा एक मित्र आगे बढ़ रहे थे और मन ही मन प्रार्थना कर रहे थे कई मंदिर बंद न हो और जब हम दोनों नीमसार (नैमिषारण्य) ओअहुंचे तो पता चला कई 2 दिन पहले सारे मंदिर खुले हैं |नीमसार में बहुत से स्थान घुमने और दर्शन करने के लिए हैं कुछ स्थान जाने और कुछ अनजाने हुए हैं जहा के बारे में लोग बहुत कम लोग ही जानते हैं | नीमसार के दर्शनीय स्थल जिनके नाम:- 1. चक्र-तीर्थ 2. माँ शीतला मंदिर 3. व्यास गद्दी 4. मनु-शतरूपा आश्रम 5. हनुमान गढ़ी 6. देव देवेश्वर महादेव मंदिर 7. सेतुबंध राम मंदिर 8. त्रिशक्ति धाम मंदिर 9. रूद्रावर्त तीर्थ 10. दधिचि कुण्ड आदि कई छोत्र बड़े मंदिर हैं | तो आइये शुरू करते हैं नैमिषारण्य तीर्थ कई यात्रा का विस्तृत वृत्तान्त | चक्रतीर्थ नीमसार कई ...

नैमिषारण्य यात्रा भाग-1

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विशेष :-👇 चित्रकूट यात्रा के दार्शनिक स्थल, रूट और बजट की जानकारी के लिए पिछले 4 ब्लॉग में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी है जिनके लिंक इस ब्लॉग के अंत में मिलेंगे और यदि आप चित्रकूट की यात्रा के बारे में विडियो के माध्यम से जानना और देखना चाहते हैं तो हमारे YouTube Channel "Unexplored India" के साथ जुड़े | YouTube Channel पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और अगर विडियो पसंद आये तो चैनल को subscribe करें और विडियो को आगे शेयर करें || 👉 Click on the Link for YouTube Channel :-  Unexplored India 👉 Click on the Link :-  Journey to Chitrakoot Part-1 👉 Click on the Link :-   Journey to Chitrakoot Part-2 (Hanuman Dhara) 👉 Click on the Link :-   Jaourney To Chitrakoot Part-3 (Sati Anusuiya) 👉 Click on the Link :-  Journey To Chitrakoot PArt-4 (Gupt Godavari) 👉 Click on the Link :-  चित्रकूट यात्रा भाग - 5 || माँ मन्दाकिनी आरती || 👉 Click on the Link :-  चित्रकूट यात्रा-6 || लेज़र लाइट एण्ड 3D साउंड शो || नैमिषारण्य यात्रा प्रारम्भ भारत के अल...

चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग-4

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तीसरे भाग से आगे...... 👉 Click on the Link :- चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग -3 👉 Click on the Link :- चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग -2 👉 Click on the Link :- चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020)  आरोग्य धाम राम घाट से लगभग 4 km. की दूरी पर बना आरोग्य धाम मंदिर या घाट चित्रकूट का एक बहुत सुन्दर स्थान है जो कि मन्दाकिनी नदी के घाट पर बसा हुआ है | इस स्थान के बारे में चित्रकूट आने वाले कई पर्यटक नहीं जानते हैं | क्यों नहीं जानते है ? इसका कारण मुझे समझ में नहीं आता है क्यूंकि यह स्थान बहुत सुंदर और दर्शनीय है |इस स्थान पर मन्दाकिनी नदी के किनारे पर स्नान करना और कुछ समय शांति से फुर्सत के कुछ पल व्यतीत करना एक अलग ही अनुभव दिलाता है | आरोग्य धाम में स्नान करने के लिए बहुत सुंदर और साफ स्वच्छ घाट बना हुआ है, और घाट पर स्विमिंग पूल की तरह के छोटे-छोटे दो स्थान बने हुए हैं जिसमे पानी अधिक न होने के कारण यहाँ पर स्नान करना अधिक सुरक्षित भी ...

चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग -3

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  दुसरे भाग से आगे...... 👉 Click on the Link :- चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग -2   👉 Click on the Link :- चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग -1                                         सती अनुसुइया आश्रम   रामघाट से लगभग 12 Km, हनुमान धारा से लगभग 15 Km और कामदगिरी पर्वत से लगभग 18 Km की दुरी पर घने जंगलों और बड़े-बड़े पहाड़ों के बीच खुबसूरत रास्तों के बीच से होते हुए मन्दाकिनी नदी के किनारे पर एक बहुत ही आनन्दित करने वाला स्थान है जिसका नाम है, “ सती अनुसुइया आश्रम” | अनुसुइया माता महर्षि अत्रि की धर्म-पत्नी एवं दत्तात्रेय भगवान की माता थी, माता अनुसुइया को त्रिदेवों ब्रम्हा, विष्णु, महेश की माता भी कहा जाता है क्यूंकि उन्होंने तीनों को बाल रूप में परिवर्तित करके शिशु रूप में पालना झुलाया था और भोजन भी कराया था तथा माता अनुसुइया ने माता सीता को पति-पत्नी के संबंधों का सार ...

चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग -2

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कामदगिरी पर्वत पिछले भाग से आगे...... 👉Click on the Link :-   पिछला भाग देखने के लिए यहाँ क्लिक करें रामघाट पर स्नान करने के बाद यहीं पर बना हुआ मत्यगयेन्द्र नाथ जी मंदिर में दर्शन किया जाता है | इस मंदिर में चार शिवलिंग उपस्थित है और भारत में यही एक मात्र ऐसा स्थान जहाँ 4 शिवलिंग के एक साथ दर्शन होते हैं, इन चार शिव लिंग में से पहला शिवलिंग स्वयं प्रकट हुआ जिसको स्वयम्भू कहा जाता है दुसरे शिवलिंग की स्थापना श्री ब्रह्मा जी ने तीसरे शिवलिंग की स्थापना श्री राम चन्द्र जी ने और चतुर्थ शिवलिंग की स्थापना महर्षि अगस्त्य ने की थी | मत्यगयेन्द्र नाथ जी को चित्रकूट के राजा के रूप में माना जाता है इसलिए सबसे पहले यहाँ पे दर्शन करके तब चित्रकूट यात्रा प्रारम्भ की जाती है |                           चित्रकूट का सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण स्थान है कामदगिरी पर्वत | इस पर्वत की दूरी रामघाट से लगभग 3 Km है | यहाँ जाने के लिए रामघाट से ऑटो टैक्सी या E-Rickshaw कर सकते जि...

चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020)

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चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा (2020) भारत एक ऐसा देश जहाँ कई तरह की जाति, धर्म, सम्प्रदाय, और सभ्यताएं हैं, जहां की धरती को सदा से ही पवित्र और पूजनीय माना जाता है | भारत में अनेक धर्म के अनुयायी निवास करते हैं उनमे से ही एक धर्म है सनातन (हिन्दू) धर्म | सनातन धर्मा के अनुसार भारत की भूमि पर अनेक देवी-देवताओं ने अवतार लिया और यहाँ पर निवास करके यहाँ कई भूमि को धन्य बनाया है | आज हम जिस जगह कई बात करने वाले हैं, उस जगह को विष्णु जी के 6वें अवतार श्री राम चन्द्र जी का तपोभूमि (वह स्थान जहाँ पर रहने वाले लोग समस्त सांसारिक सुखों का त्याग करके ज्ञान और ध्यान में जीवन जीता है) कहा जाता है, और उस जगह का नाम है चित्रकूट धाम जो कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर उपस्थित बहुत सुंदर और खुबसूरत पहाड़ो और झरनों से घिरा हुआ एक मनोरम तीर्थ स्थान है | जब मंथरा दासी के भडकाने पर माता कैकेयी ने महाराज दशरथ से श्री राम के लिए 14 वर्षो का वनवास वरदान स्वरुप माँगा था, तब श्री राम ने माता सीता और भैया लखन के साथ चित्रकूट में ही 11 वर्ष 6 महीने और 27 दिन का समय बिताया था | कोरोना महामारी के चलते मार्च...