चित्रकूट की सम्पूर्ण यात्रा का वृत्तान्त रूट, स्थानों और बजट की जानकारी (2020) भाग-4
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आरोग्य धाम
राम घाट से लगभग 4 km. की दूरी पर बना आरोग्य धाम मंदिर या घाट चित्रकूट का एक बहुत सुन्दर स्थान है जो कि मन्दाकिनी नदी के घाट पर बसा हुआ है | इस स्थान के बारे में चित्रकूट आने वाले कई पर्यटक नहीं जानते हैं | क्यों नहीं जानते है ? इसका कारण मुझे समझ में नहीं आता है क्यूंकि यह स्थान बहुत सुंदर और दर्शनीय है |इस स्थान पर मन्दाकिनी नदी के किनारे पर स्नान करना और कुछ समय शांति से फुर्सत के कुछ पल व्यतीत करना एक अलग ही अनुभव दिलाता है | आरोग्य धाम में स्नान करने के लिए बहुत सुंदर और साफ स्वच्छ घाट बना हुआ है, और घाट पर स्विमिंग पूल की तरह के छोटे-छोटे दो स्थान बने हुए हैं जिसमे पानी अधिक न होने के कारण यहाँ पर स्नान करना अधिक सुरक्षित भी है नदी में स्नान की अपेक्षा | दोनों ही पूल नदी के बीच में ही बनाये गए हैं जिसमे नदी का पानी सीधे आता है और यहाँ से होते हुए आगे निकलता है | यह स्थान पिकनिक या कैम्पिंग करने के उपयुक्त स्थान है |
प्रमोद वन
प्रमोद वन भी एक घाट है जिसकी दुरी आरोग्य धाम से लगभग 500 mt, है और रामघाट की तरफ से आएंगे तो पहले प्रमोद वन उसके बाद आरोग्य धाम पड़ेगा | यहाँ पर भी स्नान के लिए घाट बना हुआ है | यह घाट आरोग्य धाम की तरह बड़ा तो नहीं है लेकिन घने और बड़े बड़े पेड़ों तथा पत्सेथरों से घिरा होने के कारण यहाँ पर स्नान करने और उस प्राकृतिक सौन्दर्य के बीच बैठ के कुछ समय व्यतीत करने का भी अलग अनुभव है | यहाँ का घाट मिट्टी का बना हुआ मतलब यहाँ पर आरोग्य धाम की तरह पक्का घाट नहीं मिलेगा और यहाँ पर आपको किसी गाँव में नदी किनारे का प्राक्रतिक सौदर्य देखने को जरुर मिलेगा |
कांच मन्दिर
काँच मंदिर जानकी कुण्ड से कुछ दूरी पर ही पड़ता है और यह मंदिर श्री राम चन्द्र जी भगवान का है और यहाँ पर बहुत ही अधिक शांत वातावरण होने के बाद लोग इस स्थान के बारे में नहीं जानते हैं या आते नहीं हैं | यहाँ पर पर्यटकों के ठहरने और खाने-पीने की उत्तम व्यवस्था भी है और यहाँ पर रुकने का सबसे बड़ा लाभ यह है, कि यहाँ से लगभग हर जगह के लिए साधन आसानी से उपलब्ध हो जाएगा और यहाँ से सारे स्थान पास भी हैं | इस मन्दिर में भगवत कथा भी होती है और यहाँ दीवारों पर पूरी रामायण लिखी गयी है | इस मंदिर में कैमरा या मोबाइल से आप सिर्फ मंदिर की फोटो और विडियो बना सकते हैं लेकिन अपनी फोटो और विडियो नहीं बना सकते हैं | इस मंदिर में दीवारों पर कांच के टुकड़ों से सजावट की गयी है इसलिए इसका नाम कांच मंदिर पड़ा है | इस मंदिर को आमोद वन भी कहा जाता है |
यह वह स्थान है, जहाँ पर श्री राम चन्द्र और माता सीता रात्रि में सोते थे | यह स्थान कामदगिरी पर्वत से लगभग 3km. की दुरी पर स्थित है |
भरत कूप
कहा जाता है कि, भगवान राम के राज्याभिषेक के लिए भरत ने, भारत की 5 पवित्र नदियों से जल एकत्रित किया था। परन्तु भगवान राम ने अयोध्या वापिस जाने से मना कर दिया था। तब अत्रि मुनि के परामर्श पर, भरत ने जल एक कूप में रख दिया था। इसी कूप को भरत कूप के नाम से जाना जाता है। भगवान राम को समर्पित यहां एक मंदिर भी है। भरत कूप की दूरी चित्रकूट से 15 km. है |
शबरी जल पप्रपात
चित्रकूट से लगभग 40km. दूर मानिकपुर क्षेत्र के पर्यटन स्थल शबरी व राघव जल प्रपात की प्राकृतिक सुंदरता के कारण बड़ी संख्या में पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिहाज से यहां कई विकास कार्य भी कराए गए हैं। छुट्टियां मनाने के लिए अक्सर दूर क्षेत्र से पर्यटक आते हैं। बरसात में पानी अधिक होने से डूबने की घटनाएं होती रहती है।
Nice post
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